मंगलयान (Mars Orbiter Mission) : भारत की वैज्ञानिक विजयगाथा मंगल ग्रह ऑर्बिटर मिशन — जिसे सामान्यतः मंगलयान कहा जाता है — भारत का पहला अंतरग्रहीय मिशन था, जिसने न केवल देश के अंतरिक्ष इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ा, बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया । इस मिशन की सफलता ने यह प्रमाणित कर दिया कि भारत कम लागत में उच्च तकनीकी दक्षता प्राप्त कर सकता है। इस ऐतिहासिक मिशन की नींव डॉ. के. राधाकृष्णन के नेतृत्व में रखी गई थी। 📌 मिशन की पृष्ठभूमि मंगल ग्रह की सतह, वायुमंडल और संभावित जीवन की खोज ने वैज्ञानिकों को हमेशा आकर्षित किया है। अमेरिका, यूरोप और रूस पहले से ही इस दिशा में सक्रिय थे, लेकिन भारत जैसे विकासशील राष्ट्र का इसमें कूदना एक साहसिक कदम था। 🚀 मिशन लॉन्च विवरण लॉन्च तिथि: 5 नवम्बर 2013 प्रक्षेपण यान: PSLV-C25 प्रक्षेपण स्थल: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा मंगल की कक्षा में प्रवेश: 24 सितम्बर 2014 🛰️ मिशन के प्रमुख उद्देश्य मंगल ग्रह की सतह और खनिज संरचना का अध्ययन मंगल के वायुमंडल में मीथेन गैस की उपस्थिति की खोज टेक्नोलॉजिकल प्...