विकास का सिद्धांत: जीवन कैसे बदला, ढला और आगे बढ़ा यह लेख STEM Hindi जीव विज्ञान केंद्र की गहन जीवविज्ञान श्रृंखला का हिस्सा है। यदि आपने जीन अभिव्यक्ति और म्यूटेशन से जुड़े लेख पढ़े हैं, तो यह अध्याय उन्हें एक बड़े चित्र में जोड़ता है। विषय-सूची जीवन स्थिर नहीं है लामार्क का विकास सिद्धांत डार्विन और प्राकृतिक चयन विकास का गणित आधुनिक विकास सिद्धांत विकास के प्रमाण मानव विकास निष्कर्ष 1. जीवन स्थिर नहीं है यदि जीवन स्थिर होता, तो पृथ्वी आज भी एककोशिकीय जीवों से भरी होती। न पंख होते, न आँखें, न मस्तिष्क — और न ही मनुष्य। जीवन का सबसे गहरा सत्य यह है कि जीवन बदलता है । धीरे-धीरे, पीढ़ी दर पीढ़ी — यही परिवर्तन विकास (Evolution) कहलाता है। विकास कोई राय नहीं, कोई विश्वास नहीं, बल्कि जीवविज्ञान का वह ढांचा है जो जीन, म्यूटेशन और पर्यावरण को एक ही कहानी में पिरो देता है। 2. लामार्क का विकास सिद्धांत Jean-Baptiste Lamarck पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने यह कहा कि जीव समय के साथ बदलते हैं। लामार्क के दो मुख्य नियम: 1. उपयोग औ...