सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

दिसंबर, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

विकास का सिद्धांत: जीवन कैसे बदला, ढला और आगे बढ़ा

  विकास का सिद्धांत: जीवन कैसे बदला, ढला और आगे बढ़ा यह लेख STEM Hindi जीव विज्ञान केंद्र की गहन जीवविज्ञान श्रृंखला का हिस्सा है। यदि आपने जीन अभिव्यक्ति और म्यूटेशन से जुड़े लेख पढ़े हैं, तो यह अध्याय उन्हें एक बड़े चित्र में जोड़ता है। विषय-सूची जीवन स्थिर नहीं है लामार्क का विकास सिद्धांत डार्विन और प्राकृतिक चयन विकास का गणित आधुनिक विकास सिद्धांत विकास के प्रमाण मानव विकास निष्कर्ष 1. जीवन स्थिर नहीं है यदि जीवन स्थिर होता, तो पृथ्वी आज भी एककोशिकीय जीवों से भरी होती। न पंख होते, न आँखें, न मस्तिष्क — और न ही मनुष्य। जीवन का सबसे गहरा सत्य यह है कि जीवन बदलता है । धीरे-धीरे, पीढ़ी दर पीढ़ी — यही परिवर्तन विकास (Evolution) कहलाता है। विकास कोई राय नहीं, कोई विश्वास नहीं, बल्कि जीवविज्ञान का वह ढांचा है जो जीन, म्यूटेशन और पर्यावरण को एक ही कहानी में पिरो देता है। 2. लामार्क का विकास सिद्धांत Jean-Baptiste Lamarck पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने यह कहा कि जीव समय के साथ बदलते हैं। लामार्क के दो मुख्य नियम: 1. उपयोग औ...

हार्डी–वेनबर्ग सिद्धांत

  होम › जीवविज्ञान हब    › हार्डी–वेनबर्ग सिद्धांत हार्डी–वेनबर्ग सिद्धांत (Hardy–Weinberg Principle) कल्पना कीजिए एक ऐसी आबादी की जहाँ विकास ने छुट्टी ले रखी हो। कोई प्राकृतिक चयन नहीं, कोई उत्परिवर्तन नहीं, कोई प्रवासन नहीं। ऐसी आदर्श दुनिया में जीन आवृत्तियाँ (gene frequencies) क्या स्थिर रहती हैं? यही प्रश्न हार्डी–वेनबर्ग सिद्धांत का जन्म है।  सिद्धांत का कथन यदि कोई जनसंख्या निम्न शर्तों को पूरा करती है: आबादी बहुत बड़ी हो (Large population) यादृच्छिक संकरण हो (Random mating) कोई उत्परिवर्तन न हो (No mutation) कोई प्रवासन न हो (No migration) कोई प्राकृतिक चयन न हो (No natural selection) तो उस जनसंख्या में allele frequencies और genotype frequencies पीढ़ी दर पीढ़ी स्थिर रहती हैं। गणितीय व्युत्पत्ति (Full Derivation) चरण 1: Alleles की परिभाषा मान लीजिए किसी जीन के दो alleles हैं: $A$ की आवृत्ति = $p$ $a$ की आवृत्ति = $q$ क्योंकि केवल दो ही alleles हैं: $\displaystyle p + q = 1$ चरण 2:...

इलेक्ट्रॉन ऑर्बिटल क्या होते हैं? – Schrödinger मॉडल की सरल और गहरी व्याख्या

  होम › रसायन विज्ञान हब › इलेक्ट्रॉन ऑर्बिटल इलेक्ट्रॉन ऑर्बिटल क्या होते हैं? – Schrödinger मॉडल की सरल और गहरी व्याख्या पिछली पोस्ट में हमने देखा कि बोहर मॉडल क्यों असफल हुआ। अब सवाल स्वाभाविक है — अगर इलेक्ट्रॉन कक्षा में नहीं घूमता, तो वह वास्तव में होता कहाँ है? इस सवाल का उत्तर किसी चित्र या साधारण नियम में नहीं, बल्कि एक समीकरण में छिपा था — जिसने पदार्थ को देखने का तरीका ही बदल दिया। 📌 Table of Contents कक्षा से ऑर्बिटल तक की यात्रा Schrödinger समीकरण का विचार Wave function (ψ) का वास्तविक अर्थ ψ² और Probability Density ऑर्बिटल क्या है और क्या नहीं s, p, d, f ऑर्बिटल की कल्पना प्रयोगात्मक प्रमाण क्यों यह मॉडल सही है 1️⃣ कक्षा से ऑर्बिटल तक की यात्रा बोहर मॉडल में इलेक्ट्रॉन एक निश्चित वृत्ताकार कक्षा में घूमता था, बिल्कुल ग्रहों की तरह। लेकिन क्वांटम यांत्रिकी ने बताया कि इलेक्ट्रॉन की स्थिति कभी बिल्कुल तय नहीं होती। इसका अर्थ यह नहीं कि इलेक्ट्रॉन “अव्यवस्थित” है, बल्कि यह कि प्रकृति स्वयं संभा...

बोहर मॉडल क्यों असफल हुआ?

होम › रसायन विज्ञान हब   ›  बोहर मॉडल बोहर मॉडल क्यों असफल हुआ? – जब परमाणु ने शास्त्रीय भौतिकी को नकार दिया 1913 में जब नील्स बोहर ने परमाणु का अपना मॉडल प्रस्तुत किया, तब यह विज्ञान की दुनिया के लिए एक साहसिक छलांग थी। इससे पहले परमाणु को या तो ठोस गोले की तरह देखा जाता था, या रदरफोर्ड के मॉडल में एक अस्थिर सौर मंडल जैसा। बोहर मॉडल ने पहली बार यह दिखाया कि प्रकृति शास्त्रीय नियमों से नहीं, बल्कि क्वांटम नियमों से चलती है । लेकिन यही मॉडल कुछ ही वर्षों में अपनी सीमाओं के कारण टूटने लगा। यह पोस्ट उसी टूटन की वैज्ञानिक कहानी है। 📌 Table of Contents बोहर मॉडल का जन्म और मूल विचार पहली दरार: हाइड्रोजन से आगे क्यों नहीं? स्पेक्ट्रम की सूक्ष्म संरचना का रहस्य Zeeman और Stark प्रभाव: प्रयोगों की चुनौती डी-ब्रॉग्ली और तरंग–कण द्वैत अनिश्चितता सिद्धांत और कक्षा का अंत बोहर मॉडल का ऐतिहासिक महत्व आगे का रास्ता: क्वांटम यांत्रिकी 1️⃣ बोहर मॉडल का जन्म और मूल विचार रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि शास्त्रीय भौतिकी ...

मानव जीनोम परियोजना

होम › जीवविज्ञान हब   › मानव जीनोम परियोजना   मानव जीनोम परियोजना: जीवन के कोड का रहस्य उजागर STEM Hindi की जीवविज्ञान श्रृंखला का यह अध्याय मानव जीनोम परियोजना और उसके वैज्ञानिक, चिकित्सा और सामाजिक प्रभावों की गहन यात्रा है। विषय-सूची परिचय: जीवन के विशाल कोड की खोज इतिहास और शुरुआत परियोजना के उद्देश्य तकनीकी दृष्टिकोण और विधियाँ सांख्यिकीय और गणितीय पहलू चिकित्सा और अनुसंधान में उपयोग नैतिक और सामाजिक प्रभाव भविष्य की दिशा निष्कर्ष परिचय: जीवन के विशाल कोड की खोज हर मानव की कोशिकाओं में DNA की एक विशाल पुस्तक छुपी है। इस पुस्तक के 3 बिलियन अक्षरों (base pairs) में हमारे शरीर की हर विशेषता लिखी होती है। जीन अभिव्यक्ति ने यह समझाया कि जीन कैसे चालू और बंद होते हैं। अब मानव जीनोम परियोजना ने इस कोड को पूरी तरह से पढ़ने और समझने की चुनौती को स्वीकार किया। यह परियोजना क...

म्यूटेशन: प्रकार और प्रभाव — जीवन के कोड में अदृश्य बदलाव

    म्यूटेशन: प्रकार और प्रभाव — जीवन के कोड में अदृश्य बदलाव यह लेख STEM Hindi जीव विज्ञान केंद्र का हिस्सा है। यदि आपने जीन अभिव्यक्ति पर पिछला विस्तृत लेख नहीं पढ़ा है, तो पहले उसे पढ़ना उपयोगी रहेगा: जीन अभिव्यक्ति: जीवन के गुप्त संगीत की कहानी अन्य संबंधित लेख यहाँ देखें। विषय-सूची जीवन के महान ग्रंथ में एक गलत अक्षर म्यूटेशन क्या है? म्यूटेशन का गणित म्यूटेशन के प्रकार म्यूटेशन के कारण म्यूटेशन के प्रभाव विकासवाद और म्यूटेशन वास्तविक दुनिया में उदाहरण निष्कर्ष: म्यूटेशन—खतरा भी, वरदान भी 1. जीवन के महान ग्रंथ में एक गलत अक्षर कल्पना कीजिए कि जीवन एक महाग्रंथ है—चार अक्षरों A, T, G, C में लिखा हुआ। यदि इस ग्रंथ में किसी एक स्थान पर गलती से एक अक्षर बदल जाए, हट जाए या बढ़ जाए, तो पूरी कहानी बदल सकती है। कभी बदलाव इतना सूक्ष्म होता है कि पता भी नहीं चलता, और कभी इतना गहरा कि पूरा जीव बदल जाता है। यही कहानी है **म्यूटेशन** की। यह शब्...

जीन अभिव्यक्ति — जीवन के गुप्त संगीत की कहानी

  जीन अभिव्यक्ति — जीवन के गुप्त संगीत की कहानी कभी आपने सोचा है कि कोशिका (cell) कैसे तय करती है कि कौन-सा प्रोटीन बनाना है, कब बनाना है और कितना बनाना है? यह निर्णय किसी जादू से नहीं, बल्कि एक सुसंगठित भाषा और नियंत्रण प्रणाली — जीन अभिव्यक्ति (Gene Expression) — से लिया जाता है। यह पोस्ट एक कहानी की तरह पढ़ने लायक है, पर साथ ही अकादमिक व तकनीकी भी — MathJax-सक्षम समीकरणों के साथ ताकि आप मॉडल को गणित के रूप में भी समझ सकें। विषय सूची भावनात्मक परिचय — DNA का पुस्तकालय कोशिका के भीतर सफर ट्रांसक्रिप्शन — सूचना की प्रति बनना ट्रांसलेशन — कोड से प्रोटीन गणितीय मॉडल नियमन और नियंत्रण उदाहरण: Lac Operon और ACTN3 कहानी निष्कर्ष 1. भावनात्मक परिचय — DNA का पुस्तकालय कल्पना कीजिए कि आपके शरीर के भीतर एक विशाल पुस्तकालय है — नाभिक (nucleus)। इस पुस्तकालय की हर किताब DNA है, और हर किताब में कई अध्याय होते हैं — जीन । हर जीन का उद्देश्य एक विशिष्ट प्रोटीन को बनाना है — ठीक वैसे ही जैसे किसी किताब का उद्...

बिभा चौधरी — वह सितारा जिसने कण भौतिकी की रात को रोशन किया

   बिभा चौधरी — वह सितारा जिसने कण भौतिकी की रात को रोशन किया 

विक्रम-S और Vikram-1: Skyroot की प्रगति — क्या हुआ (Prarambh) और क्या आ रहा है

  विक्रम-S और Vikram-1: Skyroot की प्रगति — क्या हुआ (Prarambh) और क्या आ रहा है StemHindi · प्रकाशित: 30 नवम्बर 2025 · अपडेटेड: 30 नवम्बर 2025 भारत के निजी अंतरिक्ष पारिस्थितिकी में Skyroot Aerospace ने लगातार मील के पत्थर जोड़े हैं। इस लेख में हमने Skyroot के सब-ऑर्बिटल डेमो Vikram-S (Prarambh) , कंपनी के मोटर-नामों में प्रयुक्त Kalam श्रृंखला, तथा उनके ऑर्बिटल-लॉन्च वाहन Vikram-1 की वर्तमान स्थिति को साफ़, सत्यापित और सहज भाषा में समझाया है। गलतफहमी से बचने के लिए जहाँ ज़रूरी रहा वहां तथ्य-स्पष्टता (fact-check) लागू की गई है। विषय-सूची Vikram-S (Prarambh): अवलोकन 'Kalam' नाम — क्या है? Vikram-1: स्थिति और तकनीकी बिंदु लॉन्च-विवरण और निष्कर्ष भारतीय अंतरिक्ष पर प्रभाव हवाले/FAQ Vikram-S (Prarambh): अवलोकन Skyroot Aerospace ने अपने पहले सार्वजनिक डेमो-फ्लाइट Vikram-S (mission name: Prarambh ) का सफल प्रक्षेपण 18 नवम्बर 2022, 11:30 IST पर Satish Dhaw...

सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे बनते हैं? विज्ञान हिंदी पर जानें

सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे बनते हैं? एक गहन विश्लेषण क्या आपने कभी सोचा है कि ब्रह्मांड के केंद्र में छिपे विशालकाय दानव, सुपरमैसिव ब्लैक होल कैसे अस्तित्व में आए? ये ब्लैक होल, जिनका द्रव्यमान सूर्य से लाखों या अरबों गुना अधिक होता है, वैज्ञानिकों को दशकों से चकित करते रहे हैं। इस लेख में, हम सुपरमैसिव ब्लैक होल के निर्माण की रहस्यमय प्रक्रिया का पता लगाएंगे, सिद्धांतों और साक्ष्यों की जांच करेंगे जो इन ब्रह्मांडीय दिग्गजों के जन्म को उजागर करते हैं। हम सुपरनोवा और हाइपरनोवा की भूमिका को भी समझेंगे, जो इन ब्लैक होल के बनने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विषय-सूची सुपरमैसिव ब्लैक होल: एक परिचय सुपरमैसिव ब्लैक होल के निर्माण के सिद्धांत प्रत्यक्ष पतन मॉडल: एक विस्तृत विवरण ब्लैक होल विलय और सुपरमैसिव ब्लैक होल का विकास सुपरनोवा और हाइपरनोवा की भूमिका साक्ष्य और अवलोकन मुख्य बातें अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) निष्कर्ष सुपरमैसिव ब्लैक होल: एक परिचय सुपरमैसिव ब्लैक होल (SMBHs) ब्रह्मांड में सबसे आकर्षक और रहस्यमय वस्तुओं में से एक हैं। ये वि...