क्षुद्रग्रह: सौरमंडल के रहस्यमय पथिक क्षुद्रग्रह (Asteroids) सौरमंडल के ऐसे पथिक हैं, जो ग्रहों के आकार से छोटे होते हैं और मुख्य रूप से मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित "क्षुद्रग्रह पट्टी" (Asteroid Belt) में पाए जाते हैं। हालांकि, कुछ क्षुद्रग्रह सौरमंडल के अन्य हिस्सों में भी घूमते हैं। आइए, जानते हैं क्षुद्रग्रह के बारे में अधिक जानकारी। क्षुद्रग्रह की संरचना क्षुद्रग्रह का आकार सामान्यतः छोटा होता है और यह कई प्रकार की संरचनाओं में हो सकते हैं, जैसे: धार्मिक आकार: कुछ क्षुद्रग्रह आकार में गोल होते हैं। अनियमित आकार: कुछ क्षुद्रग्रह बहुत असमान आकार के होते हैं। संगठित संरचना: कुछ क्षुद्रग्रहों में कई छोटे खंड होते हैं, जो एक साथ घूमते हैं। क्षुद्रग्रह पट्टी क्षुद्रग्रह मुख्य रूप से मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित "क्षुद्रग्रह पट्टी" में पाए जाते हैं। यह क्षेत्र सौरमंडल का एक प्रमुख हिस्सा है और यहां लाखों की संख्या में क्षुद्रग्रह स्थित हैं। हालांकि, इनका आकार आमतौर पर बहुत छोटा होता है, लेकिन कु...
प्लूटो: सौर मंडल का रहस्यमय बौना ग्रह प्लूटो (Pluto) हमारे सौर मंडल का सबसे रहस्यमय और अनोखा खगोलीय पिंड है। इसे पहले सौर मंडल का नौवां ग्रह माना जाता था, लेकिन 2006 में अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने इसे "बौना ग्रह" (Dwarf Planet) की श्रेणी में डाल दिया। इस ग्रह का नाम रोमन पौराणिक कथाओं के अंधकार और मृत्युदेवता प्लूटो के नाम पर रखा गया है। प्लूटो का इतिहास और खोज प्लूटो की खोज 1930 में अमेरिकी खगोलशास्त्री क्लाइड टॉमबॉ (Clyde Tombaugh) ने की थी। इसे "प्लैनेट X" की तलाश के दौरान खोजा गया था। खोज के समय इसे ग्रह का दर्जा मिला, लेकिन 76 साल बाद यह विवाद का विषय बन गया और इसे "बौना ग्रह" कहा गया। प्लूटो का आकार और संरचना प्लूटो का व्यास लगभग 2,377 किलोमीटर है, जो चंद्रमा से भी छोटा है। इसकी सतह जमी हुई नाइट्रोजन, मिथेन और पानी की बर्फ से बनी है। माना जाता है कि इसके आंतरिक भाग में पत्थर और बर्फ का मिश्रण है। प्लूटो की सतह प्लूटो की सतह पर कई रहस्यमयी विशेषताएँ हैं, जैसे कि सपु...